मंगलवार, 4 दिसंबर 2012

गाँधी के भारत में राज्य बंटते हुए

गाँधी तू कहाँ गया
तेरा देश बंट गया
तेरे लोग बंट गए
जातिया बंट गयी
और अब तेरे राज्य भी बंट रहे है ......................
गाँधी तू कहाँ गया
तेरा भारत टूट रहा है
नदिया बंट गयी
बंट गयी फसले
और अब तेरे जिले भी बंट रहे है.....................
गाँधी तू कहाँ गया
तेरा देश मिट रहा है
मिट गयी संक्षी विरासत
मिट गयी संक्षी संस्कृति
और अब तेरे सांक्षे रिश्ते भी मिट रहे  है .........................

के. एम्. भाई

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